जालना में अब होगा शौचालय आंदोलन

जालना: जालना शहर के मुख्य बाजार के साथ ही संपूर्ण शहर में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है. जिस कारण बाजार में पहुंचने वाले ग्राहकों मुख्य रूप से महिलाओं और बुजुर्गों को काफी परेशानी हो रही है. अब शहर में जगह – जगह शौचालय निर्माण करने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया जाएगा.
यह चेतावनी शहर के जेष्ठ नागरिकों के साथ ही विविध सामाजिक संगठनों की ओर से जालना जिलाधिकारी को दिए गए ज्ञापन में दी गई. डॉ राधेश्याम जायसवाल, दिलीप सावजी कुसंदल, पूर्व नगरसेवक तुकाराम मिसाल, अ‍ॅड महेश धन्नावत के शिष्टमंडल ने निवासी जिल्हाधिकारी केशव नेटके से मुलाकात कर इस मुद्दे को लेकर चर्चा की.
डॉ राधेश्याम जायसवाल ने कहा कि शहर के बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन को छोड अन्य कहीं पर भी सार्वजनिक शौचालय की सुविधा नहीं है. जालना शहर के मुख्य बाजार में महिलाओं के लिए आज तक भी शौचालय की सुविधा नहीं रही है जबकि पुरुषों की सुविधा के लिए दो दशक पहले तक चलने वाले सभी शौचालय या तो गायब है या फिर उन्हें तोड दिया गया है.

बुजुर्गों को ज्यादा परेशानी


डॉ राधेश्याम जायसवाल ने कहा कि बुजुर्गों को मधुमेह सहित अन्य बीमारियां होती है जिस कारण उन्हें बार बार शौचालयों की जरूरत पडती है. समय पर शौच को नही जाने के कारण उनकी तबीयत पर इसका विपरीत असर होता है. शहर के बाजार में सुविधा नहीं होना शहर के बुजुर्गों के लिए बड़ी परेशानी है.
* पहले जिलाधिकारी कार्यालय के हर मजले पर थी शौचालय की व्यवस्था
इस समय पूर्व नगरसेवक तुकाराम मिसाल ने कहा की पहले जालना जिलाधिकारी कार्यालय के हर मजले पर बुजुर्गों के लिए शौचालय की व्यवस्था थी लेकिन अब यह सुविधा बंद कर दी जाने के कारण देहातों से जरुरी काम के लिए आने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है.
इस समय निवासी जिलाधिकारी केशव नेटके ने शिष्टमंडल को आश्वासन दिया की जिलाधिकारी कार्यालय के हर मजले पर अगले दो माह में शौचालयों की सुविधा शुरु कर दी जाएगी. साथ ही शहर में भी जगह जगह पर शौचालय बनाने को लेकर कदम उठाए जाएंगे.