
नकली पीआर कार्ड बनाने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई तो जालना बंद कर होगा बड़ा आंदोलन – विधायक कैलाश गोरंट्याल
नकली पीआर कार्ड बनाने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई तो जालना बंद कर होगा बड़ा आंदोलन – विधायक कैलाश गोरंट्याल
* दो उपजिलाधिकारियों वाली जांच समिति नियुक्त
* पुलिसकर्मी ने फर्जी पीआर कार्ड के जरिए भाजपा पदाधिकारी की संपत्ति पर कब्जा
जालना:
जालना शहर में बोगस दस्तावेजों के आधार पर लोगों की जमीनों पर कब्जा करने के लिए बोगस रजिस्ट्री और पीआर कार्ड बनाने के लिए कई टोलियां कार्यरत है. यदि मामले की पूरी तहकीकात कर दोषियों पर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो जालना शहर की जनता को साथ लेकर जालना बंद कर आंदोलन किया जाएगा. यह चेतावनी विधायक कैलाश गोरंट्याल ने दी.

शनिवार को विधायक के नेतृत्व में शहर के व्यापारियों और प्रतिष्ठित नागरिकों के शिष्टमंडल ने पुलिस अधीक्षक डॉ अक्षय शिंदे को ज्ञापन सौंपा. इस समय विधायक गोरंट्याल संवाददाताओं को संबोधित कर रहे है.
पुलिस अधिकारी संजय तुकाराम कटके द्वारा लक्कड़कोट में भाजपा पदाधिकारी सुनील राठी की मार्बल दुकान को फर्जी पीआर कार्ड के जरिए कब्जे में लेने का मामला सामने आया है. इस मामले में आज 5 नवंबर को दोपहर में शनिवार को करीब 250 व्यापारी विधायक कैलाश गोरंट्याल के नेतृत्व में वे जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और इस पूरे मामले को लेकर अपना गुस्सा जाहिर किया. जिलाधिकारी नहीं होने के कारण पुलिस अधीक्षक डॉ अक्षय शिंदे से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा गया.
पुलिस अधीक्षक को बताया गया की फर्जी पीआर कार्ड के माध्यम से लोगों की संपत्ति हड़पने के उद्देश्य से एक पूरा गिरोह सक्रिय है. विधायक कैलाश गोरंट्याल ने दो टूक शब्दों में कहा कि यह जो कुछ गोरखधंधा चल रहा है उसको लेकर संबंधितों द्वारा बार बार प्रशासन से न्याय की गुहार लगाने के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. अब यह बर्दाश्त नहीं होगा. यदि जांच कर दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती है तो जनता को साथ लेकर बडा आन्दोलन खडा किया जाएगा.
पुलिस अधीक्षक को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि, जालना शहर के संभाजी नगर में सुनील मोहनलाल राठी और उनके भाई की नगर परिषद जालना के अधिकार क्षेत्र में संपत्ति है. (जिसका नगर भूमापन संख्या 10573 जिसका कुल क्षेत्र 647.35 वर्ग मीटर है). जिसमें से 243.5 वर्ग मीटर क्षेत्रफल की संपत्ति को अनिल कुमार केदारनाथ मालपानी और सुरेश कुमार केदारनाथ मालपानी से 1 जुलाई 2021 को रजिस्टर्ड बिक्री पत्र पंजीकरण संख्या 3051/2021 के तहत खरीदा गया. इस प्रकार दोनों भाई उक्त भूमि के मालिक और कब्जेदार हैं. पुलिस अधीक्षक को यह भी बताया गया कि उक्त संपत्ति खरीद से पहले से ही उनके कब्जे में ही है. इस भूखंड पर राजुरेश्वर मार्बल के नाम से फरशी टाइल्स, ग्रेनाइट टाइल्स का व्यवसाय है. ज्ञापन के साथ मुंबई शॉप एक्ट और जीएसटी लाइसेंस और उक्त संपत्ति की खरीद के दस्तावेज यानी सेल डीड की फोटोकॉपी भी पुलिस अधीक्षक को दी गई.
यह भी कहा गया कि सुनील राठी संपत्ति के मालिक और कब्जेदार हैं. व्यवसाय का सारा सामान वहीं रखा जाता है. 3 नवंबर 2022 बंद होने के बाद जब सुनिल राठी घर पहुंचे. इसके कुछ देर बाद उनके नौकर ने फोन कर बताया कि संजय कटके अपने साथ कुछ गुंडे लेकर आया है तथा राजुरेश्वर मार्बल दुकान का ताला तोड़कर यहां उसके नाम का बोर्ड लगा दिया गया है. पुलिस को यह भी बताया कि इससे पहले भी कटके ने ऐसी ही कोशिश की थी तथा उस समय राठी पर एट्रॉसिटी के छुना मामला भी दर्ज किया गया था.
आज इसी मामले को लेकर विधायक कैलाश गोरंट्याल के नेतृत्व में 250 व्यापारियों ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर फर्जी पीआर कार्ड के जरिए भूखंड हथियाने की कोशिश करने वाले संजय कटके के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. इस दौरान व्यापारियों में आक्रोश देखा गया.
* जिलाधिकारी ने मामले की जांच के लिए दो अधिकारियों को किया नियुक्त
पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देने के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए विधायक कैलाश गोरंट्याल ने कहा कि जिलाधिकारी उपलब्ध नहीं थे इसलिए उनसे फोन पर बात की गई. उन्होंने बताया कि मामले की जांच के लिए दो उपजिलाधिकारियों की समिति नियुक्त कर मामले की पूरी जांच करने के निर्देश दे दिए गए है. विधायक गोरंट्याल ने कहा कि एक माह पहले जिला नियोजन समिति में भी उन्होंने फर्जी पीआर कार्ड के मुद्दे को उठाकर कार्रवाई की मांग की थी. पालकमंत्री अतुल सावे की उपस्थिति में इस मामले को उजागर किया गया था. लेकिन अभी तक कुछ भी नही किया गया. अब जबकि व्यापारी और शहर के नागरिक इस गिरोह से परेशान है यदि प्रशासन लापरवाह बना रहेगा तो बडा आन्दोलन खडा किया जाएगा.
