चुनावों में महाविकास आघाडी के संकेत

चुनावों में महाविकास आघाडी के संकेत
* कांग्रेस के दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम में गोरंट्याल और आंबेकर ने सभी को मिलकर तैय्यारी करने का किया आह्वान


जालना: शुक्रवार को जालना में कांग्रेस द्वारा आयोजित दीपावली स्नेह सम्मेलन में महाविकास आघाडी की विविध पार्टियों के नेताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर एक तरह से आगामी जिला परिषद और नगर पालिका चुनावों में महाविकास आघाडी गठबंधन के संकेत दिए. इस मंच से जहां विधायक गोरंट्याल ने भास्करराव अंबेकर को आघाडी में पूरा मौका दिए जाने का आश्वासन दिया वही भास्कर आंबेकर ने विधायक गोरंट्याल को एक दूरदृष्टि रखने वाला ईमानदार नेता करार दिया.
शुक्रवार को दोपहर १२ बजे छत्रपति शिवाजी महाराज प्रतिमा परिसर में स्थित गुरु गणेश भवन में कांग्रेस द्वारा आयोजित दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम में कांग्रेस के जिला प्रभारी पूर्व विधायक नारायण राव पवार, विधायक कैलाश गोरंट्याल, शिवसेना जिलाप्रमुख भास्कर आंबेकर, पूर्व विधायक सुरेश कुमार जेथलिया, संतोष सांबरे, कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजाभाऊ देशमुख, पूर्व नगराध्यक्षा संगीताताई गोरंट्याल, आरआर खडके, युवा नेता अक्षय गोरंट्याल, राकांपा के इकबाल पाशा, कांग्रेस के नवाब डांगे, अंकुशराव राऊत, रिपाई नेता ब्रह्मानंद चव्हाण, राजेंद्र राख, गणेशलाल चौधरी, गणेश राऊत, व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष सतिष पंच, विनायक महाराज फुलंब्रीकर, सुषमाताई पायगव्हाणे, शीतलताई तनपुरे, दीपक भुरेवाल, भंते शिवली, भास्कर मगरे, प्रभाकर पवार, बालासाहेब तनपुरे, बाला परदेशी, सुरेश खंडाले, अण्णासाहेब खंदारे आदि मंच पर उपस्थित थे.

* बडे प्रकल्पों के बाद अब मुंबई का हीरा व्यवसाय भी गुजरात ले जाने की साजिश- विधायक गोरंट्याल
इस समय विधायक कैलाश गोरंट्याल ने अपने चिरपरिचित अंदाज में केंद्र और राज्य की सरकार पर टीका करते हुए कहा कि वेदांत और टाटा एयरलाइंस जैसे बड़े प्रकल्प गुजरात जाने के बाद अब मुंबई के हीरा व्यापारियों को यह डर सता रहा है की हिरा व्यवसाय भी गुजरात चला जाएगा. विधायक गोरंट्याल ने कहा कि, विकास के मुद्दों को छोड देश की एकता के लिए खतरा बन रही भाजपा सरकार की नीति की पोल खोलने के लिए सांसद राहुल गांधी द्वारा कन्याकुमारी से कश्मीर तक निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा को मिल रहा अपार समर्थन इस बात की ओर इशारा है की जनता को अब बदलाव चाहिए. आगामी नगर पालिका और जिला परिषद चुनाव में महाविकास आघाडी को जीत के लिए अभी से मेहनत शुरू करनी होगी.

फोटो: कांग्रेस द्वारा शुक्रवार को आयोजित दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम में मार्गदर्शन करते हुए विधायक कैलाश गोरंट्याल. मंच पर उपस्थित शिवसेना जिलाप्रमुख भास्कर आंबेकर सहित अन्य.

* भास्कर आंबेकर को रिस्क लेना होगा
इस समय विधायक कैलाश गोरंट्याल ने मंज पर उपस्थित शिवसेना जिला प्रमुख भास्कर आंबेकर की ओर मुखातीब होते हुए कहा की जालना शहर में कुछ कर गुजरने वालों में तीन नामों का उल्लेख जनता करती है जिसमें माणिकचंद बोथरा के बाद भास्कर आंबेकर और अब संगीता गोरंट्याल द्वारा नगराध्यक्ष के रुप में किए गए कामों को सराया जा रहा है. भास्कर आंबेकर यह याद रखे की जिस तरह दही हंडी फोडने के लिए सबसे उपर की थर पर चढने वाले को रिस्क लेना पडता है तभी सफलता मिली है उसी तरह भास्कर आंबेकर को भी राजनीतिक रिस्क लेने के लिए तैयार रहना पडेगा. महाविकास आघाडी में अबकी बार उन्हें पुरा मौका मिलेगा. विधायक गोरंट्याल के इस ईशारे को समझकर भास्कर आंबेकर भी मुस्कुरा दिए.

* कृषी मंत्री अब्दुल सत्तार को भी लिया आड़े हाथों
विधायक गोरंट्याल ने कहा की इस बार दिवाली में रौनक नही रही क्योंकि राज्य का किसान परेशान है. लेकिन कृषि मंत्री को किसानों से कोई सरोकार नही है. लोगों के पास दिवाली मनाने के लिए पैसे नहीं और कृषी मंत्री केवल उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे पर टीका करने में व्यस्त है. वास्तव में अब्दुल सत्तार की सोच जनता के हित वाली है ही नहीं घटिया दर्जे की राजनीति करने में माहिर कृषी मंत्री से किसान परेशान हो चुके है. इस समय विधायक कैलाश गोरंट्याल ने पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर का नाम लिए बगैर कहा की, उनके हर कार्यक्रम में केवल विधायक गोरंट्याल पर टीका करने का ही काम होता है. सच्चाई यह है कि जिस तरह मुगलों के सैनिकों को तालाब के पानी में उनके ही घोड़ों की टापों का अक्स देखने पर छत्रपति शिवाजी महाराज के सैनिकों के आने का आभास होता था ठीक उसी तरह मेरा डर उन्हें हमेशा सताते रहता है.

* विधायक गोरंट्याल को कार्यकर्ता संभालना आता है – भास्कर आंबेकर
इस समय शिवसेना जिला प्रमुख भास्कर आंबेकर ने भी एक तरह से महाविकास आघाडी के संकेत दिए और कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा. इस समय उन्होंने विधायक कैलाश गोरंट्याल के साथ कॉलेज काल के दिनों को याद कर कई किस्से भी सुनाए तथा कहा की एक ईमानदार परिवार से ताल्लुक रखने वाले गोरंट्याल ने हमेशा ही दूरदृष्टी रखते हुए जनता के हित में काम किया है. पहले भले ही हमें प्रतिस्पर्धी थे लेकिन उस प्रतिस्पर्धा में भी हमें महाराष्ट्र की संस्कृति को बढ़ावा ही दिया था. आज जो राज्य सरकार के लोग कर रहे है वो हमारे राज्य की संस्कृति नही है. उन्होंने विधायक गोरंट्याल के नेतृत्व क्षमता का तारीफ करते हुए कहा की आज सम्मेलन में शहर और गांव से बडी संख्या में लोग पहुंचे है जो इस बात का सबूत है की विधायक में कार्यकर्ताओं को संभालने की बेहतरीन कला है.

* राजनीति में व्यापारियों का होता है विशेष महत्व- सतीश पंच
इस समय मंच पर व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष तथा कैट के महाराष्ट्र उपाध्यक्ष सतीश पंच ने भी अपनी बात रखते हुए कहा की आगामी समय में भी विधायक गोरंट्याल का ही दौर शहर में रहेगा. उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेता दूध में शक्कर की तरह मिठास लाने का काम करते है उसी तरह राजनीति में व्यापारियों का महत्व है क्योंकि व्यापारी उस दूध में ड्राई फ्रूट डालने का काम करते है. उन्होंने कहा की व्यापारी वर्ग हमेशा विधायक गोरंट्याल के साथ खड़ा हुआ है. इस समय उन्होंने सभी को दिपावली की शुभकामनाएं भी दी.

इस अवसर पर पूर्व नगराध्यक्षा संगीता गोरंट्याल ने भी अपनी बात रखते हुए शहर में हुए विकास कामों का जिक्र करते हुए आने वाले समय में भी इसी तरह एकजुट होकर सभी को काम करने की सलाह दी.
इस समय नामदेवराव पवार, इकबाल पाशा, पूर्व विधायक संतोष सांबरे, कॉ. सगीर अहमद, विनायक महाराज फुलंब्रीकर, एड ब्रम्हानंद चव्हाण ने भी अपनी बात रख कर सभी को दिवाली की शुभकामनाएं दी.
कार्यक्रम का सूत्रसंचालन कांग्रेस शहर अध्यक्ष शेख महमूद ने किया तथा आभार तहसिल अध्यक्ष वसंत जाधव ने माना. इस समय ज्ञानेश्वर भांदरगे, फूलचंद भक्कड, बाबुराव सतकर, केदार कुलकर्णी, राम सावंत, त्रिंबकराव पाबले, रहीम तांबोली, महावीर ढक्का, रमेश गौरक्षक, जीवन सले, शेख शकील, विनोद रत्नपारखे, अरुण मगरे, वाजेद पठान, संतोष माधवले, संजय भगत, विष्णू वाघमारे, आरिफ खान, फारूक तुंडीवाले, अशोक भगत, सय्यद अजहर, सुभाष देविदान, सुदेश सकलेचा, विनोद यादव, पारसनंद, श्रावण भुरेवाल, संगीता पाजगे, रमेश यज्ञेकर, चंदाताई भांगडीया, डॉ विशाल धानुरे, वैभव उगले, जयमंगल जाधव, शेख इब्राहिम, फकीरा वाघ, धैर्यशील चव्हाण, नंदाताई पवार, अंजेभाऊ चव्हाण, बाबुराव पवार, राजेंद्र जाधव, कचरूलाल कुंकुलोल, विजय पवार, मोहन सावजी, सुखदेव बजाज, दत्ता पाटील घुले, राजेश पंचाबी, अशोक उबाळे, अनिल कांबळे, अजय मिसाळ, किरण गरड, जावेद अली, चंद्रकांत रत्नपारखे, बालासाहेब सिरसाठ, युवराज राठोड, सोपान तिरुखे, गोपाल चित्राल, गणेश चौधरी, अरुण घडलिंग, नारायण वाढेकर, नारायण शिंदे, अंकुश चव्हाण, संतोष देवढे, गणेश चांदोडे, चंद्रकांत रत्नपारखे के साथ ही कार्यकर्ता व्यापारी और विविध क्षेत्र के प्रतिष्ठीत नागरिक बडी संख्या में उपस्थित थे.