
कन्हैया नगर के खस्ताहाल रास्ते का जायजा लिया रेल राज्य मंत्री दानवे ने
कन्हैया नगर के खस्ताहाल रास्ते का जायजा लिया रेल राज्य मंत्री दानवे ने
* कलेक्टर ऑफिस में बैठक कर आला अधिकारियों को लिया कॉन्फ्रेंस पर
* पुल सहित सड़क की समस्या हल करने का दिया आश्वासन
जालना: जालना शहर के कन्हैया नगर के पास से गुजरने वाले हाईवे की खस्ताहाल सड़क का मामला अभी तक भी हल नहीं हुआ. जालना से चिखली तक की इस सड़क के निर्माण के लिए पिछली भाजपा सरकार से ५०६ करोड़ रुपए केंद्रीय मंत्री दानवे ने ही मंजूर करवाए थे. संपूर्ण सड़क बन चुकी है केवल जालना में कुछ सौ मीटर काम वन विभाग के कारण प्रलंबित पडा है. इसी के चलते आज केंद्रीय मंत्री ने कन्हैया नगर पहुंच न केवल इस सड़क का बल्कि नदी पुल की समस्या भी हल करने का आश्वासन दिया.
पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने केंद्र सरकार से जालना से चिखली तक सीमेंट कांक्रीट सड़क निर्माण के लिए 506 करोड़ रुपये मंजूर किए थे जिसका काम काम पूरा हो चुका है. . लेकिन जालना शहरे के कन्हैया नगर के पास सीना नदी पर पुल के साथ-साथ 1400 मीटर लंबी सड़क वन विभाग की अनुमति के कारण अभी भी अधूरी है. यह सड़क आज मौत का रास्ता बन गई है. इस सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और कई हादसे हो चुके हैं, जिसमें दो नागरिकों की मौत भी हो चुकी है.
इस पुरे मामले को लेकर आज 30 अक्टूबर 2022 को सुबह 10 बजे केंद्रीय राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने कलेक्टर आॅफीस में वन विभाग के अधिकारियों, राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यकारी अभियंता और उक्त सड़क के ठेकेदार के साथ बैठक की. इस समय केंद्र सरकार के वन विभाग, नागपुर के एकीकृत क्षेत्रीय अधिकारी, मुख्य वन संरक्षक, नागपुर, उप वन संरक्षक, औरंगाबाद ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया, जबकि जालना जिलाधिकारी डॉ विजय राठोड, राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यकारी अभियंता, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता, छह वन संरक्षक, बैठक में क्षेत्रीय वन प्रमंडल जालना मौजूद थे.
इस समय हुई चर्चा में पता चला कि वन विभाग के पास इस सड़क पर काम करने, सड़क को चौड़ा करने का प्रस्ताव लंबित है. केंद्रिय मंत्री दानवे ने वन विभाग के अधिकारियों को कडे शब्दों में आदेश निर्देश देते हुए कहा की प्रस्ताव को स्वीकृत कर सड़क निर्माण कार्य को तत्काल पूरा करने की दिशा में कार्य किया जाए.
गौरतलब है की इस बैठक के उपरांत औरंगाबाद और जालना के वन विभाग के सभी संबंधित अधिकारी आज नागपुर के लिए रवाना हो गए हैं, वे सोमवार को प्रस्ताव में त्रुटि को सुधारेंगे और त्रुटि को ठीक करने के बाद अगले तीन से चार में सड़क के लिए जरूरी अनुमति दी जाएगी. अनुमति मिलते ही आठ से दस दिन में काम शुरू हो जाएगा.
इस बैठक के उपरांत केंद्रिय मंत्री रावसाहेब दानवे ने सभी अधिकारियों के साथ कन्हैयानगर में सड़क का निरीक्षण किया और वहां के नागरिकों से बातचीत कर उन्हें सप्ताह भर में काम शुरु करने संबंधी आश्वासन दिया.

