नकली व्यक्ति को खडा कर जमीन हड़प ली

नकली व्यक्ति को खडा कर जमीन हड़प ली

* सरकारी महकमे के भ्रष्ट अधिकारियों का भी रहा सहयोग

* बदनापुर पुलिस थाने में मामला दर्ज

* एंटी करप्शन एंड क्राइम कंट्रोल कमिटी ने भी उठाया था मुद्दा

जालना:

बोगस व्यक्तियों तथा बोगस दस्तावेजों के आधार पर भूखंड हथियाने का गोरखधंधा जालना जिले में सरकारी महकमे के भ्रष्टाचारियों की मिलीभगत से चल रहा है. दो दिन पहले जिलाधिकारी कार्यालय में संपन्न नियोजन समिति की बैठक में केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने भी महकमे को आड़े हाथों लिया था. इस बीच बदनापुर पुलिस थाने ऐसे ही एक मामले में धोखाधड़ी सहित अन्य कलमों के तहत मामला दर्ज किया गया.

*२००६ में मरने वाले को २०१२ में जिंदा बताया गया

इस मामले में औरंगाबाद निवासी ६२ वर्षीय शमा बेगम शेख असीम ने बदनापुर पुलिस थाने में दर्ज शिकायत में कहा की उसका मायका बदनापुर का है. उसके पिता सैय्यद अनवर मान मोहम्मद का वर्ष २००६ में निधन हो गया था तथा बदनापुर में भूसंपादन क्रमांक ५२५ पर उनकी संपत्ति है. शमा बेगम ने यह भी बताया की उसकी केवल एक ही बहन है तथा अन्य कोई भी उसके पिता का वारिसदार नही है. इस बीच आरोपी सैयद सलीम सैयद जाकिर ने वर्ष २०१२ में उसके मृतक पिता की जगह पर एक नकली व्यक्ति को रजिस्ट्री आफिस में खडा कर दिया तथा सारी संपत्ति अपने नाम कर ली. 

* मामले को एंटी करप्शन एंड क्राइम कंट्रोल कमिटी ने उठाया था

गौरतलब है की औरंगाबाद निवासी शमा बेगम ने इस मामले को लेकर एंटी करप्शन एंड क्राईम कंट्रोल कमिटी के जालना जिलाध्यक्ष साद बिन मुबारक से संपर्क किया था. कमेटी ने औरंगाबाद विभाग के विशेष पुलिस महानिरीक्षक के साथ ही जालना जिला पुलिस अधीक्षक को पत्र और संबंधित दस्तावेज देकर आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज करने की मांग की थी. 

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर बदनापुर पुलिस निरीक्षक शिवाजी बंटेवाड ने आखिरकार सैयद सलीम सैयद जाकिर पर भांदवी की धारा ४२०, ४६५, ४६८, ४७१, ३४ के तहत मामला दर्ज किया है. मामले की जांच पीएसआई पाटील मैडम कर रही है.

* सरकारी महकमे के लोग भी आएंगे शिकंजे में

कमिटी के साद बिन मुबारक ने कहा कि, इस मामले में पुलिस से संबंधित पर धारा ४६७, १२० (बी) के तहत भी मामला दर्ज करने को कहा गया था. जिस पर पुलिस निरीक्षक का कहना रहा कि इस मामले में अभी जांच के बाद कई आरोपी निष्पन्न होने की संभावना है जांच के दरमियान साजिश का पता चलने पर और भी मामले दर्ज होंगे. साद बिन मुबारक की माने तो दुय्यम निबंधक कार्यालय के भ्रष्टाचारियों के साथ ही जो लोग गवाह बने है उन पर भी मामले दर्ज होना जरूरी है.