
मुस्लिम इज्तेमाई शादियों के आयोजन में क्रांति लाने वाला नाम है राहत सोशल ग्रुप
मुस्लिम इज्तेमाई शादियों के आयोजन में क्रांति लाने वाला नाम है राहत सोशल ग्रुप
* २० साल से निरंतर चला आ रहा है सेवा कार्य
* १५ नवंबर तक नामांकन करने की अपील
जालना: इस्लाम में शादियों को आसान बनाने तथा फिजूलखर्ची से बचने का हुक्म है. दिखावे और आधुनिकता के नाम पर उसे इतना खर्चीला बना दिया गया था कि गरीबों के लिए शादियों का आयोजन एक पहाड़ बनने लगा था. ऐसे में दो दशक पहले शहर के राहत सोशल ग्रुप द्वारा मुस्लिम इज्तेमाई शादियों का आयोजन कर ना केवल जालना बल्कि राज्यभर में एक नया संदेश पहुंचा दिया. इस वर्ष ४ दिसंबर को इज्तेमाई शादियों का आयोजन होगा जिसके लिए १५ नवंबर तक नामांकन करना जरूरी हो.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए ग्रुप के अध्यक्ष शेख अफसर शेखजी और सचिव लियाकत अली खान ने कहा कि, राहत सोशल ग्रुप जालना पिछले 20 सालों से मुस्लिम समाज का सामूहिक शादियों का कार्यक्रम करवाता आ रहा है इस साल 04 दिसम्बर 2022 रविवार को मुक्तेश्वर तालाब के पास स्थित आयशा लॉन्स में संपन्न होगा. जिसके लिए १५ नवंबर तक नामांकन करना जरूरी होगा. इसमें भाग लेने के लिए कुछ शर्तें है जिसके अनुसार लड़के की उम्र 21 साल और लड़की की उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए. अधिक जानकारी के लिए शेख अफसर शेखजी, लियाकत अली खान, सलीम खान पठान तथा शेख सलीम शेख मोहम्मद से संपर्क करने का आह्वान किया गया है.
शेख अफसर शेखजी ने कहा की मुस्लिम सामूहिक विवाह के तहत सन 2022 तक 510 सफल शादियों का आयोजन किया जा चुका है. जिस में 240 दुलहन की माताओं को 10000 रु शासन का अनुदान दिलाने का कार्य भी राहत सोशल ग्रुप ने किया है.
* सिर्फ शादियां ही नहीं बल्कि सामाजिक एकता को बढ़ावा देने के लिए हर समाज के प्रतिष्ठित नागरिकों को एक मंच पर लाने का काम भी राहत सोशल ग्रुप द्वारा निरंतर किया जा रहा है. राहत एजुकेशनल & सोशल ग्रुप जालना पिछले 20 वर्षों अपने अपने क्षेत्रों में बेहतरीन काम करने वालों को भी सम्मानित किया जा रहा है. जिसके तहत अब तक सभी पोसटमन, अग्नीशामक दल के कर्मचारी, विभिन्न धर्मों के सामूहिक विवाह अध्यक्ष,आदर्श शिक्षक, कोरोना काल में निस्वार्थ सेवा करने वाले डॉक्टरों का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया है.
* सभी धर्मों के धर्मगुरुओं को भी एक मंच पर लाने का सराहनीय कार्य
ग्रुप द्वारा विवाह सम्मेलनों में नागरिकों का मार्गदर्शन करने तथा सामाजिक एकता और अखंडता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विविध धर्म से जुड़े धर्मगुरुओं को निमंत्रित किया जाता है. अब तक मौलाना गुलाम वस्तानवी, हभप शेष महाराज, भगवान महाराज आनंदगडकर, आकाश बाबा कोठी वाले, मनोज महाराज गौड़ का सम्मान भी किया गया तथा इन लोगों ने जनता के साथ संवाद भी साधा.
* पद्मभूषण बद्रीनारायण बारवाले, पूर्व सांसद अंकुशराव टोपे और डॉ बद्रुद्दीन जिन्होंने शहर में शिक्षा के प्रचार प्रसार के लिए काम किया है ने भी इस मंच पर पहुंच अपनी बात जनता तक पहुंचाई है.