
कुरआन की शिक्षा पर चलकर ही हो सकता है मानव जाति का कल्याण – शाहिस्ता परवीन
कुरआन की शिक्षा पर चलकर ही हो सकता है मानव जाति का कल्याण – शाहिस्ता परवीन
*जमात ए इस्लामी अंबड की ओर से खिताबे आम संपन्न
जालना: पवित्र कुरआन की शिक्षाओं का अध्ययन कर उसको आचरण में लाने पर ही मानव जाति का कल्याण संभव हो सकता है. ऐसे विचार जमात ए इस्लामी हिंद महिला विंग की प्रवक्ता शाहिस्ता परवीन ने व्यक्त किए.
जमात ए इस्लामी हिंद की ओर से 14 से 23 अक्तूबर के बीच रुजू इलल कुरआन अभियान चलाया गया. इस क्रम में अंबड स्थित पुरानी तहसील परिसर के नगर परिषद फंक्शन हॉल में जमात ए इस्लामी हिंद महिला विंग की ओर से अजीमोशान खिताबे आम का आयोजन रविवार को किया गया था. इस मौके पर अपने अध्यक्षीय भाषण में शाहिस्ता परवीन बोल रही थी.

उन्होंने आगे कहा कि जबतक मुसलमानों अपने व्यक्तिगत एवं सामूहिक जीवन में कुरआन की शिक्षाओं को नहीं अपनाएंगे और उसको रहेनुमा और मार्गदर्शक नहीं समझेंगे तब तक उनकी बबार्दी और पिछड़ेपन का यह दौर खत्म नहीं होगा, उनकी समस्याएं कभी खत्म नहीं होगी और उन्हें वह ऊंचा मुकाम कभी नहीं मिलेगा जिसकी वह कामना करते हैं. इसके बाद उन्होंने पाबंदी से कुरआन का अध्ययन करने और उसकी शिक्षाओं पर चिंतन और मनन करते हुए उसे आचरण में लाने तथा अपने जीवन के सभी मामले कुरआन की शिक्षाओं के आधार पर हल करने की बात कही.
कार्यक्रम की शुरुआत महिला विंग की खिजर जमानी ने कुरआन की तिलावत से की. जीआईओ की अध्यक्षा सारा फिरदौस ने कार्यक्रम तथा अभियान के संबंध में प्रास्ताविक भाषण दिया.
इस अवसर पर जी आई ओ चिल्ड्रन सर्कल की लड़कियों ने खुबसूरत अंदाज में एक्शन तराना पेश किया जिसकी लोगों ने काफी सराहना की.
कार्यक्रम का सूत्रसंचालन जीआईओ की सदस्या आयशा फातिमा ने किया. अंत में महिला विंग की तबस्सुम जबीन की दुआ पर कार्यक्रम का समापन हुआ. इस अवसर पर शहर की महिलाओं ने बढ़चढकर कार्यक्रम में भाग लिया.