
कृषी मंत्री द्वारा जालना को दुर्लक्षित करने पर निषेध
* कांग्रेस सेवा दल ने सौंपा ज्ञापन
जालना: जालना जिले में पिछले सप्ताह भर से हुई भारी बारिश के कारण किसानों की फसल चौपट हो गई है. इसलिए संपूर्ण जिले में गिला अकाल घोषित कर किसानों को विशेष पैकेज देने की मांग को लेकर आज जालना जिला कांग्रेस सेवा दल द्वारा जिलाधिकारी के मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया. साथ ही इतनी भयानक स्थिति में किसान होने के बावजूद राज्य के कृषि मंत्री द्वारा जिले को दुर्लक्षित करने के चलते जाहीर निषेध किया गया.
इस संदर्भ में कांग्रेस सेवादल के जिला कार्याध्यक्ष अब्दुल रफिक के नेतृत्व में आज एक शिष्टमंडल ने जालना जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में कहा गया है कि भारी बारिश के कारण जालना जिले के कई गांवों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है, घनसावंगी, जालना, भोकरदन, बदनापुर तहसील सहित जिले के कई गांवों में गिला अकाल घोषित करने की जरूरत है.

भारी नुकसान झेल रहे किसान परेशान हैं. एक ओर जहां लिंपी के कारण सैकड़ों पशुओं की मौत हो गई वहीं दूसरी ओर किसानों को भारी बारिश ने हिलाकर रख दिया है.
इतना सब होने के बावजूद सरकार किसानों को राहत देने के बजाए केवल इंतेजार की मुद्रा में नजर आ रही है. ऐसा लग रहा है मानों सरकारी किसानों की आत्महत्या का इंतजार कर रही है.
भारी बारिश से हुई तबाही से परेशान किसानों के लिए विशेष पैकेज घोषित करने की मांग की गई. साथ ही फसल बीमा की घोषणा की जाए तथा सोयाबीन, कपास, अरहर, कृषि उत्पादों को गारंटी भाव दिया जाए.
* कृषि मंत्री का निषेध, इस्तीफे की मांग
राज्य के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार का यह कहना कि अभी गिला अकाल घोषित करने जैसी स्थिति नहीं है वास्तव में किसानों के साथ मजाक करने जैसा ही ही. ऐन दिवाली पर किसान परेशान है. कृषि मंत्री जालना में राजनीतिक मंचों पर भाषण देने के लिए बार बार पहुंचते है तथा कांग्रेस विधायक के पुत्र को लेकर गलत सलत टीका टिप्पणी में समय बर्बाद करते है. आज जब किसानों को कृषि महकमे की जरूरत है तो कृषी मंत्री को जालना आना की फुर्सत नहीं है. आज जब किसानों को आत्महत्या करने की नौबत आन पडी है तो कृषि मंत्री गायब नजर आ रहे है. ज्ञापन में मुख्यमंत्री से यह भी मांग की गई है की वे उनका तत्काल इस्तीफा ले.
ज्ञापन पर कांग्रेस सेवादल के जिला कार्याध्यक्ष अब्दुल रफिक, घनसावंगी तहसील अध्यक्ष श्रीरंग कामटे, जिला सचिव शेख बासेद, तहसील अध्यक्ष सैय्यद मुन्शी के हस्ताक्षर है.
